सूर्य नमस्कार कैसे करे - तरीके और टिप्स की जानकारी हिंदी मे

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    Surya Namaskar Kaise Kare - सूर्य नमस्कार कैसे करे
    Surya Namaskar Kaise Kare - सूर्य नमस्कार कैसे करे 

    सूर्य नमस्कार कैसे करे 


    आज हम जानेंगे कि सूर्य नमस्कार कैसे करे. सूर्य नमस्कार के क्या फायदे हे. सूर्य नमस्कार पुराने जमाने से ही एक बेहतर तरीका माना गया है बॉडी को फिट रखने के लिए. चलिए पढ़ते हे सूर्य नमस्कार कैसे करे.


    सूर्य नमस्कार (सन सॅल्युटेशन)



    • सूर्य नमस्कार एक बहुत ही सरल और ज्यादा फायदा देने वाला सर्वश्रेष्ठ योगासन है.

    • शरीर, दिमाग़ और श्वसन प्रक्रिया को संपूर्णा (इंटेग्रेट) करने के लिए बहुत प्रभावी है.

    • सभी माँस पेशी (मसल्स) का खिंचाव, सिकोड़ना कम करता है और उसे मजबूत बनता है और सुंदरता में निखार आता है.

    • आँखों की रोशनी बढ़ती है.

    • सूर्य नमस्कार से वजन भी घटाया जा सकता है. मोटे लोगों की लिए ये प्रभावी उपाय है.

    • कमर दर्द और त्वचा रोग को भी मिटाने का काम सूर्य नमस्कार करता है.

    • पाचन प्रक्रिया भी अच्छे से काम करती है और इससे आप अपने एक एक रोग को धीरे धीरे करके कम कर सकते है.

    आप सूर्य नमस्कार सिर्फ़ 8 मुद्रा (स्टेप) मे कर सकते है लेकिन शुरू से आखिर तक ये 12 मुद्रा मे है. आप इसे बहुत ही आसानी से सीख सकते है बस नीचे लिखे अनुसार कीजिए और स्वस्थ रहे.


    सूर्य नमस्कार कैसे करे - स्टेप्स


    स्टेप 1: प्रणाम आसन (प्रेयर पोज़)


    शुरुआती मुद्रा मे दोनो हाथों को जोड़कर सीधे खड़े रहिए. नजर सामने और दिमाग शांत. दोनों पैरों में तोड़ा आंतेर (डिस्टेन्स) रखिए.


    स्टेप 2: हस्तोत्तानासन (रेज़्ड आर्म्स पोज़)


    सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को धीरे धीरे ऊपर की और ले जाकर पीछे की ओर झुके.


    स्टेप 3: हस्तापदासन (हैण्ड तो फुट पोज़)


    फिर सास को धीरे से छोड़ते हुए सीधे आगे की तरफ झुकते हुए पैरों के अंगूठे को छूने की और सिर घुटने को छूने की कोशिश करे. इस दौरान आपके हाथ सीधे होने चाहिए और घुटने को भी सीधा रखें.


    स्टेप 4: अश्वा संचलन आसन (एक्वेस्ट्रियन पोज़)


    इसी मुद्रा में अपने दाएं पैर को पीछे की और ले जाए और बाया पैर अपने आप आपकी छाती को लगते हुए ऊपर आसमान की और देखिए. इस दौरान आपके दोनों हाथ पैरों को पास जमीन को चिपके हुए होने चाहिए.

    स्टेप 5: दण्डासन (स्टिक पोज़)


    अब साँस को धीरे से छोड़ते हुए दूसरा पैर भी पीछे की और ले जाकर दोनों पैरों की एड़ियों को आपस मे जोड़े और सिर्फ़ अंगूठे को ज़मीन पर होने दे साथ ही शरीर को भी पीछे की और खींचिए. इस दौरान भी हाथ और पैर मुड़ने नहीं चाहिए सीधे रखे और अपने पेट और देखे (इससे आपकी गार्डन पर ज़ोर पड़ेगा).


    स्टेप 6: अष्टांग नमस्कार (सल्यूट वित एट पार्ट्स ओर पायंट्स)


    अब आपको जमीन पर इस तरह से लेटना है. जिससे आपके शरीर के 8 अंग ज़मीन को छुए (दोनो पैर, दोनों हाथ, दोनो घुटने, छाती और नाक). कमर के नीचे का भाग थोड़ा उपर हो. याद रखें इस मुद्रा में सांस को रोक कर रखे.


    स्टेप 7: भुजंगासन (कोब्रा पोज़)


    अब अपने हाथो और पैरो की जगह को ना बदलते हुए आसमान की और देखना है साथ ही पैरों के पंजों को भी देखना है.


    स्टेप 8: पर्वतासन (माउंटन पोज़)


    यहाँ पर आपको फिर से मुद्रा 5 बनानी हे बिना हाथ और पैर हिलाए. साथ ही सांस भी ना छोड़े.



    स्टेप 9: अश्व संचालन आसन (एक्वेस्ट्रियन पोज़)


    अब आपको वापस मुद्रा 4 मे आना हे. उसके लिए अपना दायां पैर आयेज हाथों की और लाए बाया पैर ना हिला ते हुए और थोड़ी सांस ले.


    स्टेप 10: हस्तपदासन (हॅंड तो फुट पोज़)


    अब आपको मुद्रा 3 मे जैसा करना है. इसलिए अपना दूसरा पैर भी पहले पैर के पास लाए और जितना झुक सकते हो झुके. हाथ जमीन पर और सिर घुटने को छूने की कोशिश करे. इस दौरान आपके हाथ सीधे होने चाहिए और घुटने को भी सीधा रखें.


    स्टेप 11: हस्तोत्तानासन (रेज़्ड आर्म्स पोज़)


    इस मुद्रा में धीरे से अपने हाथों को ऊपर से कानों को छूटे हुए पीछे ले जाते हुए आसमान को दिखाए.


    स्टेप 12: आखिरी मुद्रा


    यह आखिरी मुद्रा है. इसमे आपको वापस मुद्रा 1 जैसा करना है. आने हाथ जोड़कर सिद्धा खड़े रहे.

    यह हुआ एक पूर्ण सूर्य नमस्कार. अब तो आपको समझ मे आ ही गया होगा की सूर्य नमस्कार कैसे करे. इन टिप्स को बताए गये अनुसार ही फॉलो करे. ऐसे शुरुआती दिन मे अगर आप 10-10 भी करते हो तो भी बहुत है. फिर 1 या 2 हफ्तों मे बढ़ते रहे. आप तंदुरुस्त और फुर्तीले महसूस करेंगे. याद रखें अपने साथ अपने रिश्तेदारो और दोस्तों को भी ये खूबसूरत आर्टिकल दिखाओ और शेअर करे. ताकि वो भी एक तंदुरुस्त और फुर्तीले शरीर को पा सके.

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