आलस कैसे कम करे | लेज़ीनेस कम करे | जानकारी हिंदी मे

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    Aalas Kaise Kam Kare - Laziness Kaise Kam Kare
    Aalas Kaise Kam Kare 

    आलस कैसे कम करे - लेज़ीनेस


    दोस्तों कभी कभी जब हमारे पास करने लायक कोई काम नही रहता या जब कभी हमारी नींद पूरी नही हो पति तो हमे बहुत आलस लगता हैं. सिर्फ़ यह दो कारण ही नहीं हैं जिसके वजह से हमे आलस लगता हैं बल्कि और बहुत से रीज़न हैं जिसके वजह से हमे लेज़ीनेस लगता हैं. अगर आप कुच्छ करना नहीं चाहते जबकि कम करना बहुत ज़रूरी है तो इसे आलस कहते है. लेज़ीनेस एक कमजोरी की निशानी है. इसे कम कैसे करा जाए इस पर ज़रा गोर फरमातें हैं. चलिए जाने आलस कैसे कम करें एंड लेज़ीनेस कम करने के तरीके हिंदी मे.


    आलस कैसे कम करे


    जब भी आलस लगता है तब एक छोटे से छोटा काम भी करना हमारे लिए बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता हैं. यह लेज़ीनेस वाली फीलिंग बिलकुल भी अच्छी नहीं लगती. जब भी हम फुर्तीले मिज़ाज में होते हैं तब हमें सब कुछ बहुत बहुत आसान लगता हैं. ऐसे मैं कठिन से कठिन काम भी हम बड़ी आसानी से कर लेते हैं. आज हमारे इस लेख का टॉपिक है "आलस कैसे कम करे". आज के इस लेख के जरिये हम आप लोगो को यह बताएँगे की आलस को कैसे मिटाये जा सकता हैं और कैसे अपने मन में फुर्ती का भाव जगाया जा सकता हैं.

    आपको भी अगर किसी रीज़न के वजह से बहुत लेज़ीनेस लगता हैं तोह आप लोगो को इस बात को लेकर ज्यादा टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं हैं. और जितना टाइम आप लोग टेंशन लेने मैं और आलस करने मैं बिताते हैं उतना टाइम पर आप लोग हमारे इस लेख को ध्यान से पढ़ लीजिये.

    जब आप लोग इस लेख को अच्छी तरह से रीड कर ले तब आप लोग हमारे इस लेख मैं दिए गए कुछ आसान और सरल ट्रिक्स को अच्छी तरह से फॉलो करिये. हमें पूरी उम्मीद हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद और इस लेख मैं दिए गए कुछ ट्रिक्स को अच्छी तरह से फॉलो करने के बाद हमें पूरी उम्मीद हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद और इस लेख मैं दिए गए कुछ ट्रिक्स को अच्छी तरह से फॉलो करने के बाद.


    आलस कैसे कम करे - आसान और सरल तरीके


    रात में कम से कम 8 से 10 घंटे तक सोये


    अगर हमारी नींद रात मैं पूरी नहीं होती तब हमे दिन मैं बहुत आलस लगता हैं और किसी भी काम मैं हमारा मन नहीं लगता. इसीलिए अगर आप लोग यह नहीं चाहते की आप लोगो को दिन मैं लेज़ीनेस ना लगे तोह आप लोग रात मैं कम से कम 8 से 10 घंटे तक सोये. अगर आप लोग रात मैं पूरी नींद ले लेंगे तोह दिन भर आप लोग फ्रेश फील करेंगे और आप लोगो को दिन मैं आलस बिलकुल भी नहीं लगेगा.

    अपने काम से प्यार करे


    हम अक्सर जब कोई काम करने जाते हैं तब हमे आलस लगता हैं. काम के समय आलस न लगने के लिए यह जरूरी हैं की अपने काम से हमे प्यार हो. अगर अपने काम से आप लोगो को प्यार होगा तोह उस काम को करने मैं आप लोगो को आलस नहीं लगेगा बल्कि खुशी मिलेगी क्योंकि धीरे धीरे करके उस काम को करने की आप लोगो को आदत पर जाएगी.

    आलस का मुख्य कारण ढूंढे


    हर बार आप आलसी हो जाते हो, कम नहीं कर पातें तो आपको इसका कारन ढूंढने की सख्त ज़रुरत है. सबसे पहले तो यद् रखे लेज़ीनेस एक लक्षण है समस्या नहीं. क्या आप थके हुए है, या डरे हुए है, दुखी है, या कम उत्तेजित है, ऐसी क्या चीज़ है जो आपको कम उत्तेजित या आलसी बना रही है तो आपको उसे ढूंढना होगा. ज्यादातर आप की सोच से कारन बोहोत ही छोटा होता है. ध्यान रखें आपको कारण पता चलने पर ही आप उसका इलाज कर सकते हो.

    1. अगर आप थके हुए है तो खुद को ज़रा टाइम दीजिये. अगर आपका शेड्यूल इसे रजामंदी नहीं देता तो थोड़ी कुर्बानिया दीजिये, मतलब कुछ काम मत कीजिये पर थकन मिटाने के लिए खुद को आराम देना बेहद ज़रूरी है.

    2. आप डरे हुए है टॉकीज़ बात का डर लग रहा हे ज़रा सोचिये. और अपनी क्षमताओं पहचानते हुए दर पर काबू करे.

    3. अगर आप दुखी है तो शायद इसके लिए जवाब सिर्फ समय देगा. कुछ दर्द भरे घाव हमारे सोचने से भर नहीं पाते उन्हें समय देना पड़ता है. समय के साथ सरे घाव भर जातें है. है हम इतना ज़रूर कर सकते है कि हम हमारी उस चोट के बारे ज्यादा विचार ना करे. क्योंकि जितना विचार होगा उतना नेगेटिव परिणाम होगा और आप के घाव भरने में उतनाही ज्यादा समय लगेगा.

    4. अगर आप काम उत्तेजित है तो आप अपनी किसी आदत का सहारा ले सकते जैसे की गाना गाना या चित्र निकलना या फिर ऐसी कोई चीज़ कारण जिससे आपको ख़ुशी मिलती है.

    समय बढ़ा होना


    समय का सही उपयोग करना और हर चीज़ टाइम के अनुसार करना बेहद फायदेमंद होता है. एक बार आदत हो जाने पर आलस आने का सवाल ही नहीं उठता.

    खुद से बातें करें


    कई बार अपने विचार आदतों में बदल जाते हैं तो कई बार आदतें विचारों में. तो इसका मतलब हुआ कि आपको अपने विचारो पे काबू रखना होगा. उदाहरण के तौर पर अगर कोई सोचता है “मैं खूब आलसी हूँ, कोई काम नहीं करना चाहता हूँ”. तो वो आलसी हो जायेगा और कोई काम करते वक्त उसे काम ना करने के ही ख्याल आएंगे. इसीलिए खुदसे बातें करों जैसे “में इसे कर सकता हूँ, ये बेहद आसान है ” वगैरह वगैरह.

    फायदों के बारे में सोचे


    अगर आप ऐसा करें तो क्या होगा, अगर वैसे करे तो क्या होगा इस बारें में ज़रा सोचिये. भविष्य में क्या क्या फायदे होंगे अगर आप अब इस काम को करेंगे ऐसा भी सोचिये. आपकी सोच आप को प्रोत्साहित करेगी. और काम में आपका दिल लगने लगेगा.

    इसके अलावा और भी बातें है जो आप कर सकते हो,

    1. अच्छे दिखे

    आपका पहनावा बेहद मायने रखता है. आपको कई हद तक आपका पहनावा उत्तेजित करता है. उदाहरण के तौर पर जब आप नए कपड़े पहनते है तब आप खुदसे काम करने के लिए तत्पर रहते है.

    1. नियमित व्यायाम करें

    2. नियमित ध्यान और योगा करे.

    इन सब चीजों पर काबू कर लिया तो आपको आलस आना बेहद मुश्किल है. ऊपर दिए गए लेख को पढ़कर आप लोगो को यह अच्छी तरह से समझ मैं आ गया होगा की हम अपने आलस कैसे कम करे और लेज़ीनेस को मिटाने के लिए किन किन तरीकों को अपना सकते हैं. तह आप लोगो से हमारी बस इतनी सी रिक्वेस्ट हैं की आप लोग हमारे इस लेख को ध्यान से पढ़िए और हो सके तोह इस लेख में दिए गए कुछ ट्रिक्स को फॉलो भी करिये. यकीन मानिए इन ट्रिक्स को फॉलो करने के बाद आप लोग अपने लेज़ीनेस को मिटाने मैं ज़रूर सफल हो जायेंगे.
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