मन कैसे बहलाये - माइंड फ्रेश करें | टिप्स जानकारी हिंदी में

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    Man Ko Kaise Bahlaye
    Man Ko Kaise Bahlaye

    मन कैसे बहलाये - माइंड फ्रेश करें


    अवसाद और अकेलापन दोनो एक सिक्के के दो पहलू है. इसकी वजह से नकारात्मक विचार पैदा होते है. अवसाद के कारण भी अकेलेपन हो सकता है लेकिन अकेलेपन के कारण अवसाद हो यह ज़रूरी नही है. ज़ब कोई अकेला महसूस करता है तब वह अपने चारों और एक सुरक्षा कवच बना लेता है और वास्तविक दुनिया से बिल्कुल अलग हो जाता है. अकेलेपन उपेक्षित होने पर भी होता है. अकेला महसूस करना एक सामान्य घटना है जो किसी भी उमर मे महिला और पुरुष के द्वारा अनुभव की जा सकती है. ज़रूर पढ़े ये लेख मन कैसे बहलाये.


    मन कैसे बहलाये


    अच्छी बातों पर ध्यान केंद्रित करे


    अकेलेपन का सबसे बड़ा कारण है मन पर काबू ना होना. कई बार आप मन के मध्यम से ऐसी कठिन भावनाओं मे बह जाते है. जिनमे आप अकेलेपन और मुश्किलों को अनुभव करते है. इसलिए इन विचारों को अपने से दूर रखने की कोशिश करे और अपने जीवन मे अच्छी बातों पर ध्यान केंद्रित करे.

    अपने लिए थोडा सा समय निकले ताकि उसमे आप आपने अकेलेपन के कारण को ढूंढ सके. इसलिए आप जब भी अपने को अकेलापन महसूस करे तो टहलने चले जाए या फिर मेडिटेशन करे. ऐसे तरीके आज़माकर आप दुबारा अपने आप को जीवित कर सकते है और अकेलेपन की स्थिति से उभर सकते है.

    अकेलेपन को दूर करने को सबसे अच्छा तरीका है अपने आप से प्यार करना. आपको स्वयं से ज़्यादा शायद कोई भी नही जानता होगा. इसलिए अपने अच्छी या बुरी चीज़ों को समझे और ज़रूरत पड़ने पर उसमे बदलाव भी करे. आपकी जिंदगी और ये पल बहुत अनमोल है इनको ऐसे ही मत खोइए बल्कि इसका आनंद ले.

    अकेलेपन का यह मतलब नही की आप हर समय सुस्ती मे बिस्तर पर लेटे रहे. बल्कि यही वह समय है जब अपने अंदर की रचनात्मक को बाहर निकाले. सब से दूर अपने पर ध्यान केंद्रित करे और जाने की आप मे क्या विशेषता है. इसके लिए आप अपनी नई गतिविधि और शोक को जाने और उसको पूरा करे.


    सूर्या के प्रकाश से मन कैसे बहलाए


    अकेलेपन को दूर करने के लिए सुबह की सैर करने के लिए जाए. सुबह सूर्या के प्रकाश के सम्पर्क मे आने से शरीर मे विटामिन डी का स्तर बढ़ा जाता है. विटामिन डी अवसाद से लड़ने मे मदद करता है. इसके अलावा बाहर का खुशनुमा माहौल आपको सुकून देगा और आपको अच्छा लगेगा.


    चुटकुलों से मन कैसे बहलाये


    मुस्कुराने से शरीर से एंडिफ़ोर्न नामक तत्व निकलता है. और इस तत्व से क्रोध को कम करने मे मदद मिलती है. इसलिए अकेलापन महसूस होने पर आप कोई भी मजेदार फिल्म या हँसी वाले चुटकुलों को पढ़कर अपना मूड ठीक कर सकते है. अपनी पुरानी मस्ती वाली बातों को यादकर करके हंस सकते है. ऐसे पल जिसमे आपने दोस्तों के साथ मिलकर चुलनबाज़ी की थी उन पलों को याद कीजिए और ज़ोर लगाकर हँसिए.


    मधुर और खुशाल संगीत


    मधुर और खुशाल संगीत को सुनकर आप अपने अकेलेपन से बाहर आ सकते है. जब आप अपनी पसंद का संगीत सुनते है तो आपका नकारात्मक विचारों पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है. पसंदीदा संगीत सुनने से दिमाग़ मे डोपामाइन नामक हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है.

    तो कैसा लगा आपको मन कैसे बहलाये ये आज का ये लेखन? उम्मीद है कि अच्छा ही लगा होगा.
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