अपनी पहचान कैसे बनाए - खुद की कुछ पहचान बनाए - टिप्स जानकारी हिंदी मे

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    अपनी पहचान कैसे बनाए


    अपनी पहचान अपने व्यवहार से प्रकट होती है. हम खुद के लिए क्या सोचते है, सोसाइटी के लिए क्या सोचते है इससे हमारी लोगों में एक पहचान बनती हैं. चलिए तो फिर जानते है की अपनी पहचान कैसे बनाए. अपनी पहचान के साथ जीने की फीलिंग और किसी और की पहचान के साथ जीने की फीलिंग के बीच क्या फर्क होता हैं यह सिर्फ वही समझ सकता हैं जो अपनी पहचान के साथ जीता हैं या जिसके पास अपनी एक पहचान होती हैं. अपनी एक पहचान होने की खुशी ही कुछ और होती हैं.

    अपनी पहचान कैसे बनाए


    जब भी कोई इंसान हमे सिर्फ हमारे नाम और पहचान से पहचानता हैं और सिर्फ़ हमारे नाम और पहचान से हमें बुलाता हैं तो हमे अपने आप के उपर बहुत प्राउड फील होता हैं. हर कोई यही चाहता हैं कि उस की अपनी एक पहचान हो और वो अपनी पूरी लाइफ को अपनी पहचान के साथ जिए. लेकिन सवाल तो यह हैं की हम अपनी पहचान आखिर बनाए तो बनाए कैसे? हम भी बस यही चाहते हैं की आप लोगों के पास अपनी एक पहचान हो और आप लोग अपनी पहचान के साथ जिए.

    इसीलिए आज का यह स्पेशल लेख हम आप लोगों के लिए लेकर आये हैं. हमें पूरी उम्मीद हैं की इन ट्रिक्स को ध्यान से पढ़ने के बाद और इस लेख मैं दिए गए कुछ ट्रिक्स को फॉलो करने के बाद आप लोगो को यह अच्छी तरह से समझ में आ जायेगा की अपनी पहचान बनाने के लिए हम किन किन तरीको को फॉलो कर सकते हैं. तो आप लोग बस हमारे इस लेख को ध्यान से पढ़िए और इस लेख में दिए गए कुछ ट्रिक्स को अच्छी तरह से फॉलो करिये और इन् ट्रिक्स को फॉलो करके आप लोग अपनी एक पहचान बना लीजिये.

    अपनी पहचान कैसे बनाए - तरीके


    डिफरेंट और झक्काश हॉबी


    अगर आप लोगों की भीर में अपनी एक खास और अलग पहचान बनाना चाहते हैं तोह आप अपना कोई ऐसा हॉबी रखे जो सबसे डिफरेंट और यूनिक हो. आपकी हॉबी ही आपको सबसे अलग करेगी और आपकी एक अलग पहचान बनाने मैं सहायक बनेगी.

    दिखावा (अपीयरेंस )


    अगर आपको सच में अपनी एक अलग और सबसे खास पहचान बनानी हैं तोह आप जो भी करे वह कभी भी दिखावे के लिए ना करे क्योंकि दिखावे के लिए अगर आप कुछ भी करेंगे तोह आप उस काम को पूरे दिल से कभी भी नहीं कर पाएंगे. और अगर आप कोई भी काम दिल से नहीं करेंगे तोह आपका वह काम परफेक्ट नहीं होगा और परफेक्शन के बिना ना कोई आज कोई इंसान अपनी पहचान बना पाया हैं और ना कोई बना पायेगा. इसलिए आप लोग वही करे जिस काम को करना आप लोगो के दिल को मंजूर हो. तभी आप लोग अपनी एक पहचान बनाने में सफल हो पाएंगे.

    आप कैसे दिखते है, कैसे रहते है. जैसे आपके कपड़े पहनने का तरीका, साफ रहने का तरीका बोहोत माईने रखता है. आपका अट्रक्टिवनेस बोहोत इफ़ेक्ट करता है, क्योंकि सबको आकर्षक लोग ही पसंद आते हैं.


    ढब (स्टाइल )


    हर किसी को अलग स्टाइल होती है. आपकी बातें करने की तहज़ीब, आपकी बॉडी लैंग्वेज, आपके फेसिअल एक्सप्रेशन इत्यादि. आपको दूसरों से अलग बनाती है.


    व्यक्तिमत्व (पर्सनालिटी )


    खुद का व्यक्तित्व एक ऐसी बात है जो औरो को आपसे अलग करती है. अपनी आदत और व्यक्तित्व आसानी से बदल नहीं सकता.



    1. वैयक्तिक (पर्सनल ).

    2. सामाजिक (सोशल ).

    1. वैयक्तिक (पर्सनल)


    इसमें आपकी ऐसी बातें आती है जो लोगों को समझने में वक़्त लगता है. जैसे आपके विचार, आपकी भावनाएं, आपकी इच्छा.


    सोच


    आपकी विचारधारा कैसी है इस पर औरों का आप से मिलना जुलना, आपके साथ कैसा व्यवहार करना डिपेंड करता है. तो अपने विचारों को सुधारे. याद रखें हम जो सोचते है वैसा ही हमारे साथ होता है.


    भावना


    आपकी भावना कैसी है इस पर आपकी पहचान बनती है. आप किसी को मदत देना चाहते है लेकिन जेलसी की वजह से आप कर नहीं पाते. इसलिए आपको अपनी भावनाओं को पहचानना होगा.


    सपने


    आपकी इच्छाएं आपको अलग बनाती है. इच्छा /सपने जरूर देखें लेकिन उन्हें पूरा करने की कोशिश भी करे. ये आपको लोगों के बीच एक मेहनती इंसान वाली पहचान बनाता है.


    2. सामाजिक


    आपका नाम जो आपके माता पिता से मिला है. आपकी देशभक्ति आपको समाज में रहने की नयी पहचान देती है.


    स्वाभिमान


    आपका स्वाभिमान आपको खुद संभालना है और दूसरों का भी. जैसे अपने बच्चो को भी किसी के सामने मत डाटें क्योंकि उन्हें भी बुरा लगता है जब स्वाभिमान दुखता है. क्यों की स्वाभिमान एक ऐसी चीज़ है जिससे आपकी खुशी, विजय, अच्छा होना आपके खुदसे माप जाता है.

    आपका स्वाभिमान आपके फीलिंग्स के अनुसार कम ज्यादा होता है. जैसे कि आत्मविश्वास में कमी स्वाभिमान को कम करती है. लगातार नकारात्मक अनुभव भी स्वाभिमान कम होने का कारण बन सकता है. और वहीं अगर कोई सकारात्मक अनुभव मिल जाए तो आपका स्वाभिमान बढ़ते पाया जाता है. तो हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हम पॉजिटिव रहे. एक उपाय है कि आप एक बाउंड्री बना ले जिससे आपके स्वाभिमान को ज्यादा नुकसानी ना पहुचे. जैसे अगर कोई आप पे चिल्लाया जो उसे कब तक सहन करना है, etc.


    दुसरो की मदत


    दूसरों की मदत करो. इससे आपकी समाज में अच्छी पहचान बनेगी. और हा जैसे को तैसा मिलता ही है आप दूसरों को रेस्पेक्ट दे रहे हो तो आपको भी रेस्पेक्ट जरूर मिलेगा. आपके कठिन समय पर आपको समाज से मदद भी मिलेगी. जितना हो सके समाज के काम आओ इससे आपकी समाज में एक पहचान बनेगी. समाज आपका नाम हमेशा याद रखेगा. आखिर हम अपनी पहचान मर के भी अमर रहने के लिए ही तो बनाते है. उदाहरण के तौर पर देखा जाये तो गांधी जी ने यही तो किया है.

    ऊपर दिए गए लेख को पढ़कर आप लोगो को यह अच्छी तरह से समझ मैं आ गया होगा कि हम अपनी पहचान कैसे बनाए और अपनी एक पहचान बनाने के लिए किन किन तरीको को अपना सकते हैं. अपनी एक पहचान का होना कितना जरूरी हैं की यह हमे आप लोगो को बताने की ज़रूरत नहीं हैं. यह तोह एक बहुत ही नार्मल बात है कि हर कोई अपनी एक पहचान बनाना चाहता हैं लेकिन सही जानकारी ना होने के कारण कुछ लोग अपनी पहचान बनाने मैं सफल नहीं हो पाते. इसीलिए हम चाहते हैं कि आप लोग हमारे इस लेख को काम से काम एक बार अच्छी तरह से रीड करिये और इस लेख में दिए गए कुछ ट्रिक्स को फॉलो करिये. भरोसा रखिये इन ट्रिक्स को फॉलो करके आप लोग अपनी एक बेहतर पहचान बनाने मैं ज़रूर सफल हो जायेंगे.
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